होम
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
खरीदें
About
कम
ज्यादा
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
कोट
Library
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
सींचते हुए
पर हमने
मंजिल
रिश्ते
बफा-ए-मुकाम
संतानो
नारी
हाल ए दिल
सफ़र ए जिंदगी
माफ़ भी करो
खफा हो
अश्कों से
love
कठिन
माझंलिखाण..
दर्द-ए-दिल
खुशकिस्मती
ग़म-ए-इश्क़
शहर
बालक
Hindi
रंज ए ग़म
Quotes
खफा हो...?? या रंज ए गम में खोये हुए हो। लगता है, मुंह मोडे़ ...
मंगलवार: कोरे काग़ज़ पर हमने दर्द-ए-दिल लिखा, अश्कों से सीं ...
"मुस्कान" बड़ी कमाल की अदा है जनाब..... कभी हाल -ए- दिल यूं ...
जो बीत गया वो पुराना हो गया नये वर्ष में नई बात करो ग़म-ओ-हं ...
परवाह नही है अब रिश्तों को किसी की जो करे वह सबसे बड़ा ना ...
कितनी मुश्किलों को फ़िशार इस मुकाम तक पहुंचा हूंँ मैं, और यह ...
इश्क की मंजिल हो सकती है, दोस्ती के मुकाम नहीं होते
हम बालक नादान है। तेरी ही संतान है।। जे.पी.रघुवंशी...
आज भी कैद है मेरी पलकों में तेरी वो मुस्कान भरी पहली नज़र, म ...
हम गुमशुदा थे , अपने आशियाने के मद में, पर क्या पता था, कि य ...
वह आसमां पर सितारों-सी छाने लगी है। नारी अब हर मुकाम पाने ल ...
सिर्फ तुम हो दिल में कैसे तुम्हे बताऊं हाल मै अपने दिल का कै ...
कुछ दर्द मोहब्बत में लाजमी है ऐलान ए मोहब्बत का मनचाहा मुकाम ...
गाँव के गालीमहोल्लो की बरकत शहर के ट्राफिक वाले रास्तों में ...
तू मेरी प्रेरणा, मैं तेरी हमसाया मां तेरे ही त्याग और समर्पण ...
यश प्राप्त करने से भी कठिन उस मुकाम पर स्वयं को टिकाए रखना ...
00:00
00:00
Download StoryMirror App